पिछले आठ माह में सिर्फ तीन -चार पोस्ट ही लिख पाया और अंत में घोषित भी कर दिया था कि कुछ दिनों तक व्यस्तता के कारण ब्लोग पर नहीं दिखूंगा.
तीन दिन पहले औपचारिक दस्तक भी दी थी ,और कहा था कि: " चौंकना मत ..अगर मेरी दस्तक सुनो".
और अब दस्तक के बाद हाज़िर हूं ,फिर से.
इन दिनों बहुत कुछ भोगा, बहुत कुछ सहा. अनेक बार मन हुआ कि कुछ लिखूं पर .....
दरअसल ,मैं आई आई टी दिल्ली में शोध छात्र (हूं) था, और शोध प्रबन्ध को अंतिम रूप देने में व्यस्त था. 30 दिसम्बर को अपना शोध प्रबन्ध प्रस्तुत कर दिया ,तब जाकर दिल को सुकून हुआ. लगा कि एक बडी जिम्मेदारी से मुक्त हुआ.
मैं अपने मित्रों से भी क्षमा चाहूंगा कि उनके ब्लोग भी पढ नहीं सका , इस दौरान टिप्पणी भी नहीं कर सका ,हालांकि नुकसान मेरा ही रहा क्योंकि अनेक पढने ,गुनने और सीखने योग्य सामग्री से वंचित ही रहा .
कुछ मित्रों के आमंत्रण पर उनके साथ उपस्थित भी न हो सका.मुझे विश्वास है, मित्र गण अन्यथा न लेंगें.
पिछले तीन दिनों में एग्रीगेटर के माध्यम से बहुत कुछ पढा तो जाना कि आखिर ब्लोग पर क्या क्या चल रहा है.
पिछले वर्ष की तरह ,पुन: सक्रिय होने का प्रयास करूंगा.
तो..... मिलता हूं.
5 comments:
welcome back
सिरिलभाई ,वापसी पर स्वागत करने हेतु धन्यवाद.
अब लगा कि ब्लोग जगत में मुझे भी जानता है कोई.
मुलाक़ात भी नहीं हुई,एक अर्सा हुआ. कोई बहाना ढूंढते हैं.
वापसी पर स्वागत.... धन्यवाद.
कोई बात नही लेकिन माफ़ी नामा कहा है ? तभी तो गायब रहने की माफ़ी के बारे मे सोच विचार किया जायेगा :)
वापसी के लिए स्वागत है आपका
अब अपना जलवा दिखा दो
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
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