कुछ अपनी,कुछ जग की . खरी खरी- जो सोचने पर मज़बूर कर दे, सबको.
दूर था इसलिये सबने देखा नहींहर जगह देखना अब नज़र आऊंगा.वाह! वाह! सुन्दर पंक्तियां.
Post a Comment
1 comment:
दूर था इसलिये सबने देखा नहीं
हर जगह देखना अब नज़र आऊंगा.
वाह! वाह! सुन्दर पंक्तियां.
Post a Comment